करुणेश जी की कहानियाँ

१. अनुराधा – (सन्देश) दीपावली विशेषांक १९४९
२. ग़ोआ का उद्धार – (अमर उजाला) १३ अगस्त १९५५
३. मानव जीवन की मार्मिक कहानी – (नव सन्देश) २ नवम्बर १९५६
४. जादूगरनियों के जाल में फंसने वाले क्रान्तिकारियो की रोमांचकारी कहानी – (साप्ताहिक स्वराज) ८ फरवरी १९७०
५. वह जादूगरनी – अलका (अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित)
६. विजत लक्ष्मी – (अमर उजाला)
७. आवरण – (भास्कर, ग्वालियर)
८. साप्ताहिक स्वराज में छपी कुछ कहानियाँ –
– १. पाषाणी
– २. मृत्यु किरण
– ३. विद्रोहियों की राखी
– ४. यह कौन गगन में अदीप जलाया करता है
– ५. आदि

करुणेश जी के अनुसार उनकी सर्वाधिक रचनाएँ “सन्देश”, “उजाला”, “अमर उजाला”, “नव सन्देश”, “साप्ताहिक स्वराज” व “दैनिक स्वराज टाइम्स” में प्रकाशित हुईं, जिनकी संख्या ३ हजार से अधिक हो सकती है.

उपरोक्त रचनाओं के अतिरिक्त जिन पत्र-पत्रिकाओं में करुणेश जी की रचनाएँ छपीं, उनमें से अनेक निम्न हैं –

– अर्जुन (दिल्ली)
– छाया (इलाहाबाद)
– नवनाद (हिसार)
– भास्कर, नव प्रभात एवं स्वदेश (ग्वालियर)
– साप्ताहिक व दैनिक सैनिक
– उजाला
– सन्देश
– अमर उजाला
– आज की आवाज
– साप्ताहिक स्वदेश
– नव सन्देश
– मतवाला नागरिक
– आगरा समाचार
– अमर जगत
– विकासशील भारत
– आज का हंगामा
– धुआंधार
– छायालोक
– जनदूत
– आज की ताजा खबर
– बात की बात
– युवक
– उपहार
– युग का चमत्कार

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